राजधानी में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन मच्छर जनित बीमारियों के मरीजों में कोई कमी नहीं आई है। डेंगू बुखार हर हफ्ते 300 से ज्यादा लोगों को प्रभावित करता है। एजेंसी की साप्ताहिक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले एक सप्ताह में डेंगू बुखार के 304 नए रोगियों का निदान किया गया है। इसके साथ ही इस साल डेंगू के मरीजों की संख्या 1876 पर पहुंच गई। इसी तरह, पिछले एक सप्ताह में मलेरिया के 12 नए मामले और चिकनगुनिया के छह नए मामलों की पुष्टि हुई है। इसी के साथ इस साल मलेरिया के मरीजों की संख्या 194 और चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या 38 लोगों तक पहुंच गई।
पिछले हफ्ते डेंगू के मिले 304 नए मामले।
नगर निगम की साप्ताहिक रिपोर्ट के अनुसार डेंगू के 304 नए मरीजों में से 208 एमसीडी क्षेत्र के हैं जबकि 12 मरीज नई दिल्ली नगर परिषद (एनडीएमसी) क्षेत्र के हैं। दिल्ली कैंट इलाके के 11 और रेलवे क्षेत्र के 7 मरीजों और 66 मरीजों के पते की पुष्टि नहीं हुई है. मलेरिया के 12 मरीजों में से नौ मरीज एमसीडी इलाके के हैं और एक मरीज दिल्ली कैंट इलाके का है. हालांकि दो मरीजों के पते की पुष्टि नहीं हुई है। चिकनगुनिया के छह नए मरीजों में से एक मरीज एमसीडी जिले का है जबकि पांच मरीजों के पते की पुष्टि नहीं हुई है।
3 साल के मुकाबले में इस साल सबसे ज्यादा डेंगू के मामले।
लुटियंस क्षेत्र और दिल्ली कैंट में रिकॉर्ड बंद मच्छर महामारी के संबंध में सबसे चिंताजनक स्थिति नई दिल्ली नगर परिषद (एनडीएमसी), अर्थात् लुटियंस क्षेत्र और दिल्ली कैंट को प्रभावित कर रही है। तीन साल पहले की तुलना में इस साल ज्यादा मरीज यहां भर्ती हुए थे। साथ ही इन इलाकों से मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। एनडीएमसी क्षेत्र में डेंगू के मरीजों की संख्या 2019 और 2021 में सबसे ज्यादा रही। इन दो वर्षों में, 1 जनवरी से आज तक, 27 रोगियों का निदान किया गया है। हालांकि इस साल यह संख्या 42 तक पहुंच गई है। इसी तरह दिल्ली कैंट इलाके में 2019 में डेंगू बुखार के 42 मामलों की पुष्टि हुई है जबकि इस साल यह 60 पर पहुंच गया है।